ऑटोमेटेड या बल्क मैसेज भेजकर WhatsApp का गलत इस्तेमाल करने के बारे में जानकारी
WhatsApp एक प्राइवेट मैसेजिंग प्लेटफ़ॉर्म है, जिसे दोस्तों और परिजनों को मैसेज भेजने के लिए बनाया गया है. हमने देखा है कि लोग बिज़नेसेज़ को मैसेज भेजना पसंद करते हैं, इसलिए हमने दो टूल्स बनाए हैं- WhatsApp Business ऐप और WhatsApp Business प्लेटफ़ॉर्म. इनकी मदद से कंपनियाँ, कस्टमर्स के साथ होने वाली बातचीत को आसानी से मैनेज कर सकती हैं. हमारे ऐप्स, बल्क या ऑटोमेटेड मैसेज भेजने के लिए नहीं बने हैं. इस तरह के मैसेज भेजने से हमारी सेवा की शर्तों का उल्लंघन होता है.
अपने प्लेटफ़ॉर्म की प्राइवेसी बनाए रखना और यूज़र्स को प्लेटफ़ॉर्म का गलत इस्तेमाल करने से रोकना हमारी ज़िम्मेदारी है. हमने इस व्हाइट पेपरहम अपने मशीन लर्निंग सिस्टम में सुधार लाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं. इसके बावजूद कुछ कंपनियाँ हमारे मशीन लर्निंग सिस्टम को बायपास करने की कोशिश करती हैं. WhatsApp प्लेटफ़ॉर्म पर मौजूद जानकारी का इस्तेमाल करके हमने ऐसे लाखों अकाउंट्स का पता लगाया है और उन्हें हमारी सर्विस का गलत इस्तेमाल करने से रोका है.
यह एक ऐसी चुनौती है जिसके लिए हर तरह से कोशिश की जानी ज़रूरी है. अपनी 'सेवा की शर्तों' का उल्लंघन रोकने के लिए WhatsApp, कानूनी कार्रवाई करने के साथ-साथ अपने संसाधनों का भी इस्तेमाल करता है. इस तरह के उल्लंघनों में, WhatsApp के ज़रिए ऑटोमेटेड या बल्क मैसेज भेजना या ऐप का नॉन-पर्सनल इस्तेमाल शामिल है. ऐसे में, हम तकनीकी स्तर पर कार्रवाई करने के अलावा, उन लोगों और कंपनियों पर कानूनी कार्रवाई भी करते हैं जिनके खिलाफ़ WhatsApp का गलत इस्तेमाल करने के सबूत मिले हैं. WhatsApp को ऐसी स्थिति में कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार है.
इसके अलावा, 7 दिसंबर 2019 से WhatsApp ऐसे लोगों के बारे में पता चलने पर उनके खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई करेगा जो WhatsApp का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं या ऐसा करने में दूसरों की मदद कर रहे हैं जिससे हमारी सेवा की शर्तों का उल्लंघन होता है. इसमें ऑटोमेटेड या बल्क मैसेज भेजना या प्लेटफ़ॉर्म का नॉन-पर्सनल इस्तेमाल शामिल है. हम उस जानकारी के आधार पर भी कार्रवाई कर सकते हैं जो हमें अपने प्लेटफ़ॉर्म के बाहर से मिली है. उदाहरण के लिए, प्लेटफ़ॉर्म के बाहर से मिली जानकारी में कंपनियों द्वारा सार्वजनिक रूप से किए जाने वाले ऐसे दावे शामिल हैं, जिनमें यह बताया जाता है कि वे WhatsApp का उन तरीकों से इस्तेमाल कर रही हैं, जिनसे हमारी सेवा की शर्तों का उल्लंघन होता है. इस नोटिस में बताया गया है कि हम उन कंपनियों के खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई करेंगे जिनके बारे में हमें सिर्फ़ प्लेटफ़ॉर्म के बाहर से जानकारी मिली है. साथ ही, अगर 7 दिसंबर 2019 के बाद भी सेवा की शर्तों का उल्लंघन होना जारी रहता है या उन कंपनियों के खिलाफ़ इस तारीख से पहले प्लेटफ़ॉर्म पर सबूत मिलते हैं, तो भी उनके खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
इस घोषणा में ऐसा कुछ भी शामिल नहीं है जो WhatsApp को टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके अपनी शर्तों को लागू करने से रोकता हो. इन तरीकों में मशीन लर्निंग क्लासिफ़ायर्स के आधार पर अकाउंट्स बैन करना शामिल है. WhatsApp आगे भी ऐसा करना जारी रखेगा.
हम ऐसे फ़ीचर्स लॉन्च करते रहेंगे जिनसे बिज़नेसेज़ अपने कस्टमर्स से आसानी से संपर्क कर सकें. इन फ़ीचर्स के बारे में ज़्यादा जानने के लिए WhatsApp Business ऐप और WhatsApp Business प्लेटफ़ॉर्म पेज पर जाएँ.