WhatsApp बनाया गया था ताकि आप इस ऐप का इस्तेमाल करके अपने दोस्तों व परिवारजनों को आसानी व सुरक्षित तरीके से मैसेज भेज सकें. आपके मैसेज को आपके अलावा कोई दूसरा नहीं पढ़ सकता है. हमने अपनी सेवा की शर्तें ऐसे तैयार की हैं, ताकि हमारे प्लेटफ़ॉर्म और सभी यूज़र्स सुरक्षित रहें. हमसे कई यूज़र्स पूछते हैं कि वे WhatsApp का ज़िम्मेदारी से इस्तेमाल कैसे करें इसलिए हमने कुछ नियम तैयार किए हैं ताकि सभी यूज़र्स WhatsApp का ज़िम्मेदारी से इस्तेमाल कर सकें. WhatsApp के यूज़र्स चाहे वह आम नागरिक हो, सरकारी अफ़सर या राजनैतिक पार्टी सभी को इन नियमों को ध्यान में रखकर ही WhatsApp का इस्तेमाल करना चाहिए. अगर आप जानना चाहते हैं कि किस तरह से WhatsApp ऑटोमैटिक व बल्क मैसेज की समस्या को दूर करता है तो वाइट पेपर पढ़ें.
WhatsApp इस्तेमाल करते समय इन बातों को ध्यान में रखें
आपके चैट्स निजी हैं: आपके चैट्स का ऐक्सेस सिर्फ़ आपके पास होता है इसलिए आपको अपने चैट्स या ग्रुप चैट्स खुद मैनेज करने होंगे.
लोगों की अनुमति को ध्यान में रखें: आप केवल उन्हीं लोगों को मैसेज भेजें जिन्होंने पहले आपसे संपर्क किया हो या जिन्होंने आपसे WhatsApp द्वारा संपर्क करने के लिए अनुरोध किया हो. आप लोगों को पहले अपना फ़ोन नंबर दे सकते हैं, ताकि वे आपको मैसेज भेज सकें. अगर लोग आपको अपना फ़ोन नंबर देते हैं, तो उन्हें ऐसे मैसेज भेजें जिसे देखकर उन्हें हैरानी न हो. जैसे कि मैसेज में अपना नाम लिखना न भूलें, उन्हें यह बताना न भूलें कि आपको उनका फ़ोन नंबर कहाँ से मिला.
लोगों के निर्णय का सम्मान करें: अगर कोई यूज़र आपको उनसे WhatsApp पर संपर्क करने के लिए मना करता है, तो आप उन्हें अपनी एड्रेस बुक से निकाल दें और दोबारा कभी उन्हें मैसेज न भेजें. किसी को भी ग्रुप में जोड़ने से पहले आपको उनसे अनुमति लेना चाहिए. अगर आप किसी को ग्रुप में शामिल करें लेकिन वह ग्रुप छोड़ दे, तो उनके निर्णय का आदर करें. उन्हें फिर से ग्रुप में न जोड़ें.
ग्रुप के कंट्रोल्स समझें: हम WhatsApp ग्रुप्स के लिए “केवल-एडमिन मैसेज भेज सकते हैं” वाली सेटिंग लेकर आए हैं. अगर आप किसी ग्रुप के एडमिन हैं, तो आप चुन सकते हैं कि ग्रुप में “सभी सदस्य” या “केवल एडमिन” में से कौन मैसेज भेज सकता है. इस फ़ीचर का इस्तेमाल करके ग्रुप में आने वाले फ़ालतू मैसेज को कम किया जा सकता है.
सोच-समझकर फ़ॉरवर्ड करें: सभी फ़ॉरवर्ड किए गए मैसेज पर लेबल लगाया जाता है, ताकि लोग किसी भी मैसेज को फ़ॉरवर्ड करने से पहले सोच-विचार करें.
ऐसा न करें:
अनचाहे, ऑटोमेटेड या बल्क मैसेज न भेजें: WhatsApp से अनचाहे, ऑटोमेटेड या बल्क मैसेज न भेजें. WhatsApp मशीन लर्निंग तकनीक और अपने यूज़र्स से मिली रिपोर्ट द्वारा ऐसे खातों का पता लगाता है जो अनचाहे मैसेज भेजते हैं और साथ ही उन्हें बैन करता है. यूज़र्स को सिस्टम द्वारा संपर्क करना भी इसी में शामिल है. अमान्य या ऑटोमेटेड तरीकों से खाते या ग्रुप न बनाएँ या WhatsApp के किसी बनावटी वर्शन का इस्तेमाल न करें.
ऐसी संपर्क सूची का इस्तेमाल न करें जो आपकी न हो: कभी भी लोगों की अनुमति के बिना उनका फ़ोन नंबर किसी के भी साथ शेयर न करें या अमान्य तरीकों (जैसे कि लोगों की संपर्क सूची को खरीदना) से यूज़र्स को WhatsApp पर मैसेज न भेजें.
ब्रॉडकास्ट लिस्ट का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल न करें: ब्रॉडकास्ट लिस्ट द्वारा आप केवल उन्हीं संपर्कों को मैसेज भेज सकते हैं, जो आपकी संपर्क सूची में होते हैं. अगर आप ब्रॉडकास्ट लिस्ट का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल करेंगे, तो यूज़र्स आपके मैसेज की रिपोर्ट कर सकते हैं. जिन खातों की कई बार रिपोर्ट की जाती है उन खातों को हम ब्लॉक कर देते हैं.
हमारी सेवा की शर्तों का उल्लंघन न करें: यह एक रिमाइंडर है कि हमारी सेवा की शर्तें अन्य बातों के साथ-साथ झूठ को प्रकाशित करने और अमान्य, धमकी, डराने, घृणित और नस्ल या जातीय रूप से अप्रिय व्यवहार पर रोक लगाती है. सेवा की शर्तें आपका WhatsApp के साथ रिश्ता बताती है और अगर सेवा की शर्तों के साथ किसी भी तरह का उल्लंघन होता है, तो उसके लिए कदम उठाती है.